Thursday, 13 November 2008

आज पुनः

आज पुनः आप की दी गई शुभ कामनाओ के साथ कुछ लिखने की इच्छा है , मैं तो येः समझ रहा की मेरा ब्लॉग इन्टरनेट का सागर मैं खो जाएगा ,परन्तु आप लोगो ने मुझे फ़िर लिखने के लिए प्ररित किया ,
सर्व प्रथम आप की दी गई शुभ कामनाओ का आभारी हूँ

मुझे तो यह भी नही पता की आप मेरे ब्लॉग तक कैसे पहुचे परन्तु फिर भी कोटिश: धन्यवाद ,

वैस मेरा विषय ज्योतिष है आप को कोई जिज्ञासा हो मुझे लिखे !

3 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

आपको गुरु नानकदेव जी के जन्मदिन की बधाई।

Astrologer Sidharth said...

आपको देखकर लगता है कि मेरा अकेलापन अब दूर होगा। संगीता पुरी जी गत्‍यात्‍मक ज्‍योतिष पर लिख रही हैं। हिन्‍दी ज्‍योतिष ब्‍लॉग पर भी नियमित सामग्री आ रही है। भगवान विनायक का आशीर्वाद लेकर आप भी पधार गए हैं। अब नियमित लिखना भी शुरू कर दीजिए। कुछ भी जो सामान्‍य लोगों को समझ में आए और ज्‍योतिष से जुड़ा हो।

संगीता पुरी said...

आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है। आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे । हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।